हर महीने अफसरों को जाते थे सवा दो करोड़

हर महीने अफसरों को जाते थे सवा दो करोड़


ओवरलोडिंग गाड़ियों को पास कराने के बदले गिरोह हर महीने तकरीबन सवा दो करोड़ रुपये अफसरों को देता था। यह खुलासा हुआ है गिरोह के कब्जे से बरामद डायरियों और रजिस्टरों से।


अब तक की जांच में करीब 5600 गाड़ियों के बारे में जानकारी हुई है। प्रति गाड़ी हर जिले के अधिकारियों कर्मचारियों को मोटी रकम दी जाती थी। सबसे कम ढाई हजार तो सबसे ज्यादा 4500 रुपये रेट की जानकारी हुई है। ऐसे में औसत प्रति गाड़ी 4 हजार रुपये ही मान लिया जाए तो हर महीने की रकम करीब सवा दो करोड़ रुपये हो गई है। बताया जा रहा है कि हर जिले में किसे रकम दी जाती थी यह भी डायरी में दर्ज है। अब एसटीएफ उसी ब्योरे के आधार पर इस खेल में शामिल अफसरों पर शिकंजा कसने की तैयारी में है।


बताया यह भी जा रहा है कि मामला सीएम के संज्ञान में आने के बाद उन्होंने ही सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसके बाद ही प्रमुख सचिव ने परिवहन विभाग को पत्र लिखकर एसटीएफ से जांच कराने को कहा था। अभी एसटीएफ गिरोह के सरगना से और भी जानकारियां जुटाने में लगी है ताकि इस खेल में शामिल कोई भी खिलाड़ी बच न सके।